किसी कंपनी के IPO के पहले से होल्ड किए गए अनलिस्टेड शेयर को अब IPO के छ महीने बाद बेच सकेंगे, जिससे अनलिस्टेड मार्केट में निवेशकों की संख्या बढ़ेगी.